छलावा की कहानी | सिर कटा भूत | भूतों की कहानी

Bhutiya Story | Bhutiya Story In Hindi

आप सभी के लिए भूतिया कहानियां, डरावनी भूतिया कहानियां, हिंदी भूतिया कहानियां, भूतिया कहानियां ,जादुई भूतिया कहानियां, जादुई कहानियांचुड़ैल की कहानी लेकर आते है। भूतिया कहानियां की कड़ी में  आज हम आपको दादी  भूतिया कहानी सुनाने वाले है। 

छलावा की कहानी | भूत की कहानियां | Bhooton Ki Kahani

यह bhutiya kahaniyan दादाजी की बहन के साथ घटित हुई थी। जब दादा छोटे थे तब वे अपने भाई बहनों और माता पिता के साथ गांव में रहते थे। उस समय दादाजी की बहन 21 वर्ष की थी।

Bhutiya-Kahani

सर्दियों में शाम का समय था। दादाजी की बहन पड़ोसी के घर से वापस आ रही थी। पड़ोसी का घर लगभग 1 किलोमीटर दूर था। सड़क कोहरे से ढकी हुई थी। कोहरा अधिक होने के कारण हाथ में टॉर्च लिए हुए चल रही थी। दादी घर की तरफ जल्दी जल्दी चल रही थी।

अचानक टॉर्च की रोशनी सड़क पर एक काली छाया पर पड़ी। दादी ने टॉर्च की रोशनी अच्छे से डाली जिसके बाद पूरी काली छाया दिखाई दे रही थी। टॉर्च की रोशनी में केवल उसकी लाल आंखे दिख रही थी। लाल खून की तरह चमक रही थी।

दादी बहुत डर गई और पीछे जाने लगी। वह भूत उनकी तरफ बढ़ने लगा। जैसे जैसे वह भूत दादी के नजदीक आ रहा था उसका आकार बढ़ रहा था। धीरे धीरे भूत ने भयानक रूप ले लिया।

दादी डर के मारे जोर जोर से चिल्लाने लगी। बचाओ बचाओ। और पड़ोसी के घर की तरफ भागी। जब दादी पड़ोसी के घर पहुंची तो बहुत जोर जोर से हाफ रही थी। पड़ोसी दादी को डरा हुआ देखकर बहुत डर गए। और दादी को घर के भीतर लेकर गए। दादी उस समय भूत से बहुत डर रही थी।

उस समय मोबाइल फोन नही होते थे। इस कारण उन्होंने अपने लड़के को दादाजी के पिताजी को बुलाने के लिए भेजा। दादी को लेने उनके पिताजी आए।

दादी रात वाले भूत से बहुत डरी हुई थी उन्होंने एक भी शब्द नही बोला। सुबह उठकर दादी ने सभी को रात में घटित हुई भूत की कहानी बताई। 

दादी की दादी ने कहा कि यह एक छलावा (Chalawa: Shapeshifter) था।  छलावा एक भूतिया आत्मा होती है। जो भूत बनकर लोगो को डराती है। सुनसान इलाके में आने जाने वाले अकेले इंसान छलावा का शिकार बन जाते है। मेरी दादी बहुत किस्मत वाली थी जो छलावा से बच गई।

दादाजी कहते है की सुनसान सड़क वाले भूत ने दादाजी की बहन को बहुत डरा दिया था। इसके बाद वो कई महीनो तक घर से बाहर नहीं निकली थी।

दादाजी की बहन आज 80 साल की है लेकिन आज भी अकेले रहने से डरती है।

 इसे भी पढ़े  :- 

सिर कटा भूत | भूत की कहानियां

मैं अक्सर सोचता हु की भूतिया कहानियां पढ़ने वाले लोग लोगों का सामना भी कभी भूतों से होता है। मेरे साथ मेरे कभी कोई भूतिया घटना नहीं हुई लेकिन हाई स्कूल में पढ़ने वाले मेरे दोस्तों के साथ भूतिया घटना घटित हो चुकी है। 

Bhutiya-Kahani

मैं उनकी बातों पर पूरी तरह विश्वास करता हूं क्योंकि उन्होंने किसी भी तरह का कोई नशा नहीं किया था वह शराबी थे लेकिन एक लिमिट तक उनका पहले भी अलौकिक शक्तियों से सामना हो चुका था लेकिन उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता था। 

यह घटना यह घटना कैंब्रिज में साल 1986 के बसंत ऋतु की रात में घटित हुई थी।

मेरे दोस्त रात के समय शहर में घूम रहे थे उस समय यह शहर छोटा था। इतना छोटा कि यहां पर सिर्फ दो स्टॉप लाइट ही हुआ करती थी। रात के करीब 2–3 बजे का समय था मेरे दोस्त मुख्य सड़क पर लाल बत्ती होने के कारण रुके हुए थे।

भूत की कहानियां | हिंदी कहानियां | भूतिया कहानियां | बचपन की भूतिया कहानियां

उस समय उनके बगल में एक कार आकर रुकी जो उस समय बहुत अजीब बात है जब मेरे दोस्तों ने देखा कि कार चलाने वाला शख्स काले लंबे बालों वाली एक महिला थी और उसका सर नहीं था। न आंख, नाक, होंठ कुछ भी नहीं, सिर्फ बिना सर का धड़ था।

मेरे सभी दोस्त मेरे सभी दोस्त सिर कटा भूत को देखकर बहुत बुरी तरह डर गए तभी लाइट ग्रीन हो गई और बिना सर वाले भूत गाड़ी चला कर निकल गया।

लेकिन मेरे सभी दोस्त बहुत हिम्मत वाले थे उन्होंने उस सिर कटा भूत का पीछा किया।

उस सुनसान सड़क पर रात में कोई भी नहीं था। थोड़ी देर बाद अगली रेड लाइट पर मेरे दोस्तों ने सिर कटा भूत की कार को ढूंढ लिया, लेकिन जब उन्होंने देखा तो सिर कटा भूत एक बुड्ढे आदमी में बदल चुका था। जिसके बाद मेरे दोस्तों ने तेजी से अपनी गाड़ी चलाई और वहां से निकल गया।

उम्मीद है दोस्तों आपको भूतिया कहानियां अच्छी लगी होगी। ऐसे ही भूतिया कहानियां पढ़ने के लिए आप हमारे ब्लॉग RahasyokiDuniya.com पर बने रहे। आपको यह कहानी कैसी लगी हमें comments में जरूर बताएं। और अपने दोस्तो के साथ share जरूर करे।

 भूतिया कहानियां  :-

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

संपर्क फ़ॉर्म