विक्रम बेताल की अंतिम कहानी | Vikram Betal Ki Antim Kahani

 Vikram Betal Ki Kahani का अगला भाग सुनाने वाले है। बेताल के द्वारा विक्रमादित्य को सुनाई गई कहानियां बच्चे और बूढ़े बड़ी उत्सुकता के साथ सुनते है। बेताल के द्वारा सुनाई गयी सभी कहानियां बहुत ज्ञानवर्धक है जो बच्चों को जरूर सुनानी चाहिए। 

आप सुन रहे है रहस्य की दुनिया पर Vikram Betal Ki Kahani। कई कहानी सुनाने के बाद एक बार फिर राजा विक्रमादित्य बेताल को पेड़ से उतारकर योगी के पास ले जाने के लिए आगे बढ़ते है।

हर बार की तरह इस बार भी बेताल राजा को एक कहानी सुनाता है।

आइए विक्रम बेताल की कहानीविक्रम बेताल की अंतिम कहानी

विक्रम बेताल की अंतिम कहानी

साधू योगी की कहानी | विक्रम बेताल की अंतिम कहानी 

राजा विक्रम मुर्दे को लेकर योगी के पास जाते है। योगी राजा को मुर्दे सहित देखकर बहुत प्रसन्न हुआ। योगी ने कहा - हे राजन तुमने मेरे कठिन काम को आसान बना कर मुझ पर बहुत बड़ा उपकार किया है। तुम सच में सभी राजाओं में सर्वश्रेष्ठ हो।

इतना कहकर योगी मुर्दे को राजा की कंधे से उतार लेता है और उसे स्नान कराकर फूलों की मालाओं से सजा कर रख देता है। फिर मंत्र उच्चारण करने लगता है और बेताल का आह्वान करता है। बेताल का आह्वान करके पूजा करता है। पूजा करने के बाद योगी ने राजा से कहा - हे राजन अब तुम सिर झुका कर इसे प्रणाम करो।

तभी राजा को बेताल की बात याद आती है और राजा ने कहा - मैं राजा हु, मैंने कभी किसी के समक्ष सिर नहीं झुकाया है आप पहले मुझे बता दीजिए की मैं कैसे इसको प्रणाम करूं।

योगी जैसे ही सिर झुकाता है तो राजा विक्रम तलवार से उसका सर काट देता है। यह सब देखकर बेताल बहुत प्रसन्न हुआ और बोला राजा यह योगी विधाओं में सभी का स्वामी बनना चाहता था और अब तुम बनोगे। मैंने तुम्हें बहुत परेशान किया है इसलिए तुम जो चाहो मुझ से मांग लो।

राजा ने कहा - आप मुझसे प्रसन्न है तो मेरी आपसे प्रार्थना है कि जो भी 24 कहानियां आपने मुझे रास्ते में सुनाई और अंतिम कहानी इस योगी की इन सभी कहानियों को संसार में लोग आदर से पढ़ें और इनसे ज्ञान अर्जित करें।

तब बेताल ने कहा - राजन ऐसा ही होगा मेरे द्वारा सुनाई गई यह सभी 25 कहानियां लोगों में बेताल पच्चीसी के नाम से मशहूर होंगी और जो भी इनको पड़ेगा उन को ज्ञान की प्राप्ति होगी और उनके सभी पाप दूर होंगे।

यह कहकर बेताल चला जाता है और उसके पश्चात भगवान शिव जी प्रकट होकर राजा से कहते है -राजन तुमने अच्छा किया जो इस दुष्ट साधु योगी को मार डाला। अब तुम शीघ्र ही सात दीपों और पाताल सहित पूरी पृथ्वी पर राज करोगे। इसके पश्चात शिवजी अंतर्ध्यान हो जाते है।

राजा काम अपना काम करके वापस नगर आ जाता है और कुछ ही दिनों में राजा विक्रम पूरी पृथ्वी पाताल सहित तीनो लोको पर राज करने लगता है और अंत में भगवान में समा जाता है।

इस प्रकार बेताल पच्चीसी की कहानियां कही गयी थी। आप Vikram Betal Ki Kahani को पूरी जरूर पढ़े और अपने ज्ञान को बढ़ाये। 

 विक्रम बेताल की कहानियां  :-

    बेताल ने राजा विक्रम को उस एक रात में 24 कहानियां सुनाई थी और अंतिम कहानी उस योगी की थी जिसके कारण बेताल विक्रम बेताल की कहानियों को एक जगह संग्रहित कर के उसको बेताल पच्चीसी नाम दिया गया।

    आगे आने वाले भाग में हम आपको विक्रम बेताल की कहानियां , Vikram Betal Ki Kahani के सभी भाग सुनाएंगे।जिसमे आपको पता चलेगा की बेताल ने कौन कौनसी ज्ञानवर्धक कहानियां राजा विक्रम को सुनाई थी। 

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