श्रापित भूतिया गांव जहां से एक ही रात में गायब हो गए थे 5000 लोग | Kuldhara Village Haunted Story In Hindi

भूतिया गांवभूतिया जगहभूतिया खंडहर की भूतिया कहानियां तो आप सबने बहुत सुनी होगी। भारत के राजस्थान राज्य में एक ऐसा गांव है जिसे लोग भूतिया गांवश्रापित भूतिया गांव के नाम से जानते है। 

Rahasyo ki Duniya पर आप सभी का स्वागत है। आज हम आपको मोस्ट हॉन्टेड प्लेस इन इंडिया (most haunted pakce in india) में शामिल कुलधरा गांव (Kuldhara Haunted Village) के रहस्य में आपको बताने वाले है। श्रापित भूतिया गांव कुलधरा घूमने बहुत लोग आते है लेकिन रात होने से पहले ही वापस लौट जाते है। 

कुलधरा गाँव की कहानी | जैसलमेर का भूतिया गांव | Kuldhara village story in Hindi

पूरी दुनिया में कई रहस्य मौजूद है लेकिन ये रहस्य आज भी अनसुलझे है। अनसुलझे रहस्य में शामिल कुलधरा गांव के बारे में आपको बताने वाले है। कुलधरा का रहस्य आज भी अनसुलझा है। कहा जाता है की इस रहस्यमयी श्रापित भूतिया गांव से एक ही रात में गाँव के सभी लोग गायब हो गए थे। जिसके बाद से आज तक इस गावं में कोई नहीं रह पाया। यह भी बताय जाता है की कुलधरा गांव में पालीवाल ब्राह्मणों ने बेशकीमती खजाना भी छुपाया था। खजाने की खोज बहुत लोग kuldhara village आये जगह जगह खुदाई भी की लेकिन उनके हाथ कुछ भी नहीं लगा। kuldhara village history अब पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है। 

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जो लोग भी इस श्रापित भूतिया गांव कुलधरा घूमने जाते है सभी रात होने से पहले वापस लौट आते है। कुलधरा गांव में रात को कोई भी नहीं रुकता है। कुलधरा गांव की कहानी क्या हैभूतिया गांव का रहस्य क्या हैकुलधरा गांव का इतिहास क्या है ? इन सभी सवालों का जवाब हम आपको आगे देने वाले है। 

कुलधरा गांव का इतिहास | Kuldhara village history in Hindi

कुलधरा जैसलमेर 18 किलोमीटर दूर है। जिसको कुलभाटा के नाम से भी जाना जाता है। भूतिया गांव कुलधरा के नाम से ही लोगो के दिमाग में भूतों की तस्वीरें घूमने लगती है। वीरान होने के बाद कुलधरा गांव कभी नहीं बस सका। और आज भूतों का घर बन गया है। 

इतिहासकार कुलधरा के वीरान होने के पीछे जो सच्चाई बताते है की सन 1291 के आसपास कुलधरा गाँव में पालीवाल ब्राह्मण रहते थे। कुलधरा के आसपास के 84 गाँवों को भी पालीवाल ब्राह्मणों ने ही बसाया था। पालीवाल ब्राह्मणों बहुत बुद्धिमान और वैज्ञानिक समझ वाले थे। उन्होंने  ने कुलधरा की धरती में सोना उगाया था। रेगिस्तान में खेती को पालीवालों की ही देन है। 

सरकार ने कुलधरा गाँव को बसाने की बहुत बार कोशिश की लेकिन नाकामयाबी ही हाथ लगी। कहते है की अगर कोई समृद्ध इंसान रहने लग जाये तो वह बर्बाद हो जाता है। तो चलिए जानते है kuldhara की भूतिया कहानी 

कुलधरा गांव की कहानी | Kuldhara village Story

कुलधरा गांव की भूतिया कहानी के पीछे का रहस्य कुलधरा गांव के मुखिया की बेटी और रियासत का दीवान सलीम सिंह है। कहा जाता है की गांव के मुखिया की बेटी बहुत ही सुन्दर थी। जब सलीम सिंह को गांव के मुखिया की बेटी के बारे में पता चला तो उसने मुखिया की बेटी से शादी करने का फैसला किया। गांव के मुखिया को यह मंजूर नहीं था की रियासत का दीवान उसकी बेटी से शादी करे। जिसके बाद सलीम सिंह किसी भी तरह से मुखिया की बेटी को हासिल करना चाहता था। इसलिए उसने गाँव वालो पर अधिक लगान लगा दिया। गाँव वालो पर दबाव बनाने लगा। 

सत्ता के घमंड में चूर सलीम सिंह ने हद तो तब पार कर दी जब उसने मुखिया के घर धमकी भरा संदेश भेजा कि यदि उसे मुखिया की बेटी नहीं मिली तो वह लड़की को उठा ले जाएगा और पुरे गांव को बर्बाद कर देगा। यह बात धीरे धीरे पुरे गाँव में फ़ैल गयी। यह गाँव की बेटी के सम्मान की बात थी। तब कुलधरा समेत आसपास के सभी 84 गाँव वालो ने कुलधरा को छोड़कर जाने का फैसला किया। अचानक एक रात को पूरा कुलधरा गांव वीरान हो गया।  kuldhara story in hindi

श्रापित भूतिया गांव | Kuldhara Ghost Town

कुलधरा गांव से जाते समय पालीवालों से श्राप दिया था की कुलधरा गाँव तबाह और बर्बाद हो जायेगा।  तब से लेकर आज तक कोई भी कुलधरा गाँव में बस नहीं सका। समय के साथ-साथ आसपास के गावों में लोगो ने बसना शुरू कर दिया लेकिन आज भी कुलधरा गाँव श्मशान की तरह वीरान और सुनसान पड़ा है। 

भारतीय सरकार ने कुलधरा गाँव को most haunted plae in india (most haunted place in india) की सूचि में शामिल कर दिया है। कुलधरा गाँव अब एक पर्यटक स्थल बन चूका है। कुलधरा गाँव को घूमने के लिए देश विदेश से लोग आते है लेकिन रात होने से पहले ही वापस लौट जाते है। रात के समय कुलधरा गाँव में रुकना मौत को निमंत्रण देने के बराबर है। 

कहते है की कुलधरा आज भी रहस्यमयी अदृश्य ताक़तों (भुत-प्रेत, आत्माओं) के कब्जे में है। यहां घूमने के लिए आने वाले लोगों को उनके साथ किसी के चलने का अहसास होता है। आस-पास के गाँव वालो को रात में पालीवालों की आहट सुनाई देती है। 

कुलधरा के बाजार में हलचल का अहसास होता है। मानों ये वीरान बाजार आज भी खुला हो। स्त्रियों की चूड़ियों, पायलों की आवाजें सुनाई देती है। कुलधरा गाँव की सीमा पर एक फाटक बना हुआ है जो दिन के समय खुला रहता है जिससे पर्यटक कुलधरा गाँव में आ-जा सकते है लेकिन शाम होते ही इस फाटक को बंद कर दिया जाता है। रात के समय कुलधरा गाँव में प्रवेश करना मौत के मुँह में जाना है । Kuldhara Haunted Village in Rajasthan Jaisalmer in hindi

Kuldhara Village के बुद्धिमान पालीवाल ब्राह्मण 

पालीवाल ब्राह्मणों ने ही कुलधरा गांव को बसाया था। करीब 5000 पालीवाल ब्राह्मण कुलधरा गांव में रहते थे।  अगर आप पालीवाल ब्राह्मणों का इतिहास पढ़ेंगे तो आपको पता चलेगा की पालीवाल ब्राह्मण बहुत ही बुद्धिमान थे। 

वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर ही पालीवालों ने कुलधरा गाँव को बसाया था। राजस्थान में उड़ती धुल और भीषण धुप के आलावा कुछ नहीं है। मगर पालीवालों ने अपनी सोच और बुद्धिमता से रेगिस्तान में खेती की और पानी की समस्यों को दूर किया। 

पालीवाल जानते थे की मिटटी में कुछ गहराई पर जिप्सम की परत पायी जाती है। जो पानी को जमीन में अवशोषित होने से रोकती है। पालीवाल वर्षा के जल को जमीन में गड्डा करके एकत्र कर लेते थे। और बाद में उसको उपयोग में लेते थे। रेगिस्तान में तापमान बहुत ज्यादा रहता है लेकिन कुलधरा गाँव में भीषण गर्मियों में भी शीत लहर बहती है। 

श्रापित भूतिया गांव का भूतियाँ तालाब | Kuldhara Village Haunted Story In Hindi

kuldhara village में एक तालाब है। इस तालाब को भूतिया तालाब बताया जाता है। कहा जाता है की जो भी व्यक्ति इस तालाब के पास जाता है उसको आत्महत्या करने कैसे ख्याल दिमाग में आने लगते है। 

इस तालाब के आस पास आत्माओं का बसेरा बताया जाता है। किसी इंसान के तालाब के पास जाने पर ये बुरी शक्तियां उसको काबू में करने लगती है। भूतिया तालाब के पास जाना किसी खतरे से खाली नहीं है। 

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कुलधरा का रहस्य | Kuldhara Ghost Village Story

कुलधरा का रहस्य आज भी अनजाना और अनसुलझा है। वैज्ञानिक बताते है की कुलधरा गांव को एक खास वास्तु शास्त्र से बसाया गया था। जिसके कारन निचे पानी की मात्रा बढ़ गयी है। और सालों पहले यह ऐसी चीजे बढ़ने लग गयी थी जिसके कारण यह पर रहना खतरे से खली नहीं था। 

कुछ लोग बताते है की पालीवालों को यहां पर बहुत ज्यादा मात्रा में सोने का खजाना मिला था जिसके कारण यहां लड़ाई झगडे होने लग गए थे। और बाद में यह अफवाहे फैला दी की यह भूत प्रेत आत्माएं कुलधरा में रहती है। ताकि कोई और यह पर खजाने को लेने नहीं आये। 

कुलधरा गांव में कई दफा अदृश्य शक्तियों को महसूस किया गया है। जिसको लोग भुत, प्रेत, आत्माओं का नाम देते है। इस गाँव में जाने पर महसूस होता है कि ये गाँव बाहरी दुनिया से बिलकुल अलग है। कुलधरा में बाबाओं की कहानिया भी मशहूर है। 

कई लोग कहते है की रात में एक बाबा यहाँ पर दूध बाँटता है। जिसका दूध कभी नहीं लेना चाहिए। रात्रि में पायलों की किसी के चीखने चिल्लाने के खौफनाक आवाजे आती है। लेकिन कोई भी इनके पीछे का राज नहीं जनता है। और न ही कोई आज तक इनका राज जान पाया है। 

वैज्ञानिकों की टीम कुलधरा पहुंची तो उनको मशीनों में आवाजें और तरंगे रिकॉर्ड हुई थी जिससे ये पता चलता है की आज भी कुलधरा गाँव में अदृश्य शक्तियां मौजूद है। जो कुलधरा को बाहरी दुनिया से अलग रखती है। मशीनों में रिकॉर्ड ये तरंगे कुछ संकेत देती है। 

कुलधरा की सीमा में जाते ही रेडियो बंद हो जाता है मोबाइल नेटवर्क लेना बंद कर देता है। लेकिन जैसे ही गाँव की सीमा से बहार आते है। मोबाइल रेडियो चालू हो जाते है। 

कुलधरा गांव के शिलालेख | Kuldhara Village Inscription

कुलधरा में पुराने शिलालेख आज भी पाए जाते है। जिन पर इतिहासकारों ने कुलधरा गाँव के बारे में बताया है।  शिलालेखों पर लिखा है - लोककथाओं के अनुसार कुलधरा पालीवालों ब्राह्मणों का एक प्राचीन गाँव था जो पाली के क्षेत्र से थे। 

उन्होंने कुलधरा के चारों ओर 84 गांवों का निर्माण किया।  तथापि जैसलमेर राज्य के एक शक्तिशाली मंत्री सलीम सिंह के उत्पीड़न ओर भूकंप ओर सूखा जैसे कारणों के वजह से उन्हें रातोंरात गाँव छोड़ना पड़ा। 19 वीं शताब्दी के शुरूआती दिनों से गाँव वीरान है। 

कुलधरा गांव चित्र | Kuldhara village images gallery

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कुलधरा गांव में देखने लायक स्थान | Kuldhra Village Best Places

कुलधरा गाँव अपने आप में एक अलग दुनिया है। यहां पर जाने के बाद आपको ऐसा महसूस होगा जैसे आपक प्राचीन समय की किसी रियासत में आ गए हो। गाँव में प्रवेश करने पर आपको बावड़ियां देखने को मिलेगी। जिनसे पालीवल खेती करते थे। 

उस समय सिचाईं का एकमात्र स्त्रोत ये बावड़ियां ही हुआ करती थी। गाँव में एक तालाब बना हुआ है। जिसके पास एक मंदिर बना हुआ है। जिसमे पालीवाल समाज के लोग पूजा अर्चना किया करते थे। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा की इस मंदिर में किसी भी देवी-देवता की कोई मूर्ति नही है। 

कुलधरा गाँव में बने हुए मकान बदलते समय के साथ खंडरों में तब्दील हो चुके है। कुलधरा गाँव में दिन के वक़्त पर्यटकों की आवाजाही होती है लेकिन शाम होते ही गाँव का प्रवेश द्वार बंद कर दिया जाता है जिसके बाद यहां कोई नहीं होता। रात्रि में कुलधरा में भूत-प्रेत आत्माओं का राज होता है। 

कुलधरा गांव घूमने का समय | Kuldhara village timing

आप जानते होंगे की राजस्थान में गर्मियों में तापमान कितना ज्यादा रहता है। कुलधरा गाँव घूमने के लिए सबसे अच्छा समय सर्दियों में  Oct से March है। 

कुलधरा गाँव घूमने का समय सुबह 08:00 बजे से शाम 06:00 बजे तक है। सूर्यास्त के बाद कुलधरा गाँव के प्रवेश द्वार को बंद कर दिया जाता है। kuldhara at night

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कुलधरा गांव प्रवेश शुल्क | Kuldhara Entry Fee

कुलधरा गाँव घूमने के लिए आपको टिकट लेनी होती है। प्रति व्यक्ति प्रवेश शुल्क 10 भारतीय रूपए है। और Bike या गाडी से कुलधरा घूमनेआने वाले लोगों के लिए प्रति व्यक्ति प्रवेश शुल्क 50 भारतीय रूपए है। 

कुलधरा गांव घूमने के समय रहने का स्थान | Kuldhara Village Best Places

यदि आपको कुलधरा गाँव घूमते हुए रात हो जाये तो रात्रि  कुलधरा गाँव में नहीं रुक सकते। इसके लिए आपको 25 किलोमीटर दूर जैसलमेर जाना होगा। 

जैसलमेर में आपको रात में ठहरने के लिए उचित व्यवस्था मिल जाएगी। यहां आपको देश के 5 Star/7 Star Hotels मिल जायेंगे। जिनमे रहने खाने की पूरी सुविधा होती है। आप अपने बजट के अनुसार रूम बुक कर सकते है। 

कुलधरा गांव के नजदीक घूमने के प्रसिद्ध स्थान 

जब आप कुलधरा गाँव घूमने के लिए जाते है तो आपको सबसे पहले जैसलमेर जाना होता है।  जैसलमेर के आस-पास ही और भी प्रसिद्द स्थान है जो आपको जरूर देखने चाहिए। 

कुलधरा गांव कैसे पहुँचे | How to reach Kuldhara Village

कुलधरा गाँव जाने के लिए आपको सबसे पहले जैसलमेर पहुंचना होगा। आप जैसलमेर By Road, By Train, By Air किसी भी तरीके से पहुंच सकते है। कुलधरा गाँव जैसलमेर से 25 किलोमीटर दूर है। 

By Road

जैसलमेर भारत के सभी राज्यों  मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। आप Bus, Taxi या Bike द्वारा जैसलमेर पहुँच सकते है। वहां से आप टैक्सी लेकर कुलधरा गाँव पहुंच सकते है।  

By Air 

यदि आप flight द्वारा कुलधरा गाँव पहुंचना चाहते है तो आपको बता दे की कुलधरा का सबसे नजदीकी Airport जैसलमेर हवाईअड्डा है। इसलिए आप flight लेकर जैसलमेर पहुंच सकते है। और वह से टैक्सी सुविधा लेकर कुलधरा गावं घूम सकते है। 

By Train

कुलधरा गाँव जैसलमेर से 25 किलोमीटर दूर है। सबसे पहले आपको जैसलमेर पहुंचना होगा। आप बस, खुद की गाड़ी या बाइक से भी जैसलमेर पहुंच सकते है। जहा से आप आसानी से कुलधरा गाँव पहुंच सकते है। 

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